बोतल लाई हो अपने हाथो से पिला दो नशा नहीं है इस जाम में देखो हमारी आंखो में एक प्याला अपने लवो का पिला दो मुझे प्यास एक बूंद की है समुंदर मत लाओ मैने कागज पर लिखी है तेरी सारी मजबूरियां छोड़कर कागज़ों को कभी हकीकत में भी मिलने आओ..... अमित माहला ©Dil_k_jajbat05(Amit Mahla) #जिंदगी#0 jindagi#maut#Haqeeqat#pyar#bahar #JusticeForNikitaTomar