हर एक आंसू इंसा को और मजबूत बना देता है,,, कमजोर वह है जिसने कभी विकट परिस्थितियां नहीं देखी, वक्त की मार नहीं खाई,,,, जब तक नहीं सहोगे तूफानो के थपेड़ें,,,, मुश्किल हालातों के लथेडें,,,,, तब तक कैसे तुम हर परिस्थिति में ढल पाओगे,,, जीवन को भरपूर जी पाओगे,,, '"नाजुकता भरपूरता इंसा को कमजोर बना देती हैं,,,, दुख दर्द से इंसा और निखरता है,,,, जिस तरह एक नाजुक कीड़ा अपने खौल, को तोड़कर पंख लिए आसमान में उड़ता है,,,,,, ये मत कहो खुदा से,, मेरी मुश्किलें बड़ी है,, मुश्किलों से कह दो,, मेरा खुदा बड़ा है,,,,, हे भगवान मानव जाति को, इस भयंकर महामारी से जल्दी से छुटकारा दो,,,