आज सुनसान है सड़के, सुनसान गली है सुनसान है ये पूरा जहान कोरोना का कैसा डर है छाया कि घर मे ही कैद है इंसान मुश्किल की इस घड़ी में भी तू बाँट रहा है इंसान न तो हिन्दू, न तो मुस्लिम क्यों भूल रहा, है तू इंसान आज रक्षक को तू सता रहा है भक्षक जो तू बना हुआ है कर रहा जिस पर प्रहार माने जाते हैं वो भगवान देखकर तेरी हरकत ये सारी हँस रहा पूरा संसार धिक्कार है ऐसी इंसानियत पर अब तो कोस रहा भगवान -नमिता☺ #मरकज_की_घटना #तब्लीगी_जमात #talkonline #nojoto #poetry