तुझे भूलने का सारा इंतजाम करता हूं जाम ,जहर एमाल तमाम करता हूं। बैठ जाता हूं छत पर पीने के लिए इस तरह मैं तुझे याद ,हर शाम करता हूं - राहुल पलिया भूलने का इंतजाम करता हूं