सियासत है, शिकायत मत करो, जो हो रहा है, उसे बस होने दो, चुनाव का दौर है, वादे करने दो, शिकायत कर के समय मत गंवाओ। अपना समय आने पे ही जवाब दो, अपने मत का उचित उपयोग करो, वो तो अपना स्वार्थ ही देख रहे हैं, तुम्हारा समय है,अपना फर्ज़ निभाओ। सियासत है, अपना ही भला करेंगे, लालच देंगे, वादे भी बहुत करते रहेंगे, स्वयं की भलाई के लिए धन्धा तो करेंगे, तुम बस इनकी दुकानें बन्द करवाओ। बहुत कर ली नेताओं की गुलामी, बहुत सह ली तुमने उनकी बेईमानी, अब समय आ गया है कुछ करने का, अपनी आज़ादी का एहसास करवाओ। सियासत है, शिकायत मत करो, जो हो रहा है, उसे बस होने दो, चुनाव का दौर है, वादे करने दो, शिकायत कर के समय मत गंवाओ। सियासत है, शिकायत मत करो, जो हो रहा है, उसे बस होने दो, चुनाव का दौर है, वादे करने दो, शिकायत कर के समय मत गंवाओ। अपना समय आने पे ही जवाब दो, अपने मत का उचित उपयोग करो, वो तो अपना स्वार्थ ही देख रहे हैं,