White मेरे जीवन में फूल-फूल, तेरे मन में कलियाँ-कलियाँ रेशमी शरम में सिमट चलीं, रंगीन रात की अठखेलियाँ चंदा डूबे, सूरज उगता, अल्फाजों से प्रेम रचता हूँ पढ़ती हो तुम कविता मेरी , मैं कविता में तुमको गढ़ता हूँ हिमांशु Kulshrestha ©हिमांशु Kulshreshtha तुम...