रहन कर ले मेरी रूह को हमेशा के लिए, क्या रकम ,क्या सूद, तेरे लिए सब मंजूर है हमें। जबर 👉 मोटा, तगड़ा। रकम 👉 इकट्ठा। सदाक़त 👉 खरापन, सच्चाई!! रहन 👉 गिरवी, बंधक, क़फ़स, क़ैद!! तेरी मोहब्बत का जबर सूद,रकम होता रहा जो यूँही, सदाक़त मेरी रूह की एक दिन रहन हो जाएगी तेरी। #अशोककुमारकौशिकशौक #अलफ़ाज़_जो_लिखे_तेरी_याद_में