होते हुए कृष्णा के ,जब बच ना पायी द्रोपदी , तो मे क्या बच पाऊंगी । सतयुग मे होते हुए सती ,जलना पडा सीता को , कलयुग मे अग्निपरिछा मे किसे दिखा पाऊंगी । सोचने दो जिसे जो सोचना हे , कम से कम इससे मे अपने बच्चों का पेट तो भर पाऊंगी ।।