दिल ने आज साजिश की है, तेरी मोहब्बत को आजमाने की। तेरी मोहब्बत में, हम मर मिटे, दिल ने आज बगावत की है मुस्कुराने की। दिल की साजिशों ,का मसला है , हमने तो इबादत की है ,उस जमाने की। जिस जमाने में मोहब्बत होती थी, अपनों से ना कभी ,बेमानी होती थी। साजिश ए मोहब्बत में , जरूरत क्या है ?हमें यूं आजमाने की। ©Laxmi Tyagi # दिल की साजिशें #Distant