दर्द तो बहुत हुआ था मैं भी उजाड़ सकती थी तुम्हारा घर संसार मगर माँ हुँ ,बचाना था अपने बच्चे की जान पेट के उस जलन को क्या समझोगे? जिसे बुझा न पाई पानी की धार मै तो मर गई थी उसी समय जब किया तुम पर विश्वास मगर क्या करती पेट मे थी भुख वाली आग ✍️ राकेश #RIPHUMANITY भूख क्या करा सकतीहै