एक तरफ़ा.. लगाव हो सकता है, आकर्षण हो सकता है , छलावा हो सकता है , दिखावा हो सकता है, मोह हो सकता है, द्वेष हो सकता है, विश्वास हो सकता है ! मगर .. प्रेम कभी एक तरफ़ा नहीं हो सकता । प्रेम ..अपना घर ....दो दिलों में एक साथ बनाता है । सृजनात्मा ©Meenakshi #सृजनात्मा #srijanaatma #OctoberCreator #प्रेम #आत्मऔरप्रेम