अब एक दौर भी आएगा और उसका मज़ा भी आएगा, थोड़ा सब्र कर प्यासे के पास चलकर अब वो समन्दर भी आएगा, जो एक वक़्त से चलकर किसी दौर में जा पहुँचा है, अब तो उस दौर का भी अपना कोई एक मंज़र भी आएगा, तू थक-हारकर न ग़ुम हो जा कहीं अब ए "हिमांश", कुछ देर से ही सही मगर तेरे में कोई बबंडर भी आएगा॥ अब एक दौर भी आएगा और उसका मज़ा भी आएगा... #himansh