माँ... रोज़-ओ-शब चूमा करती हैं, मेरे हाथों को वो मैंने उससे बढ़कर, जहान में "प्रेम" नहीं देखा _Word_Collab_Challenge_ Collab करें मेरे साथ 👉 Urdu_Hindi Poetry आज का लफ्ज़ है "रोज़-ओ-शब" अब पहले की तरह एक विजेता नहीं बल्कि 3 विजेता चुना जाएगा,, जो सबसे पहला विजेता होगा उनको testimonial किया जाएगा ! और दूसरे और तीसरे नंबर वाले विजेता को 'हाइलाइट' किया जाएगा। Example: