मुझे पता था मिरा पता मगर गया नहीं आरज़ू ए दर ए यार ही रक्खी मुसलसल दरम्यां मिरे हर्फ ओ मानी बड़ा ही फर्क है पर बातें मैनें उलझाए ही रक्खी मुसलसल सियासत ने तो अब किया है फरमां जारी पर उसने शुरू से दूरी ही रक्खी मुसलसल यही है मिरा खास हुनर के बिना मारे मरूं दुआ तो उसी के हक में ही रक्खी मुसलसल कमाल का रोग लगा मुझे के खोया फिरुं दवा मिली नहीं दारु ही रक्खी मुसलसल #lkay #shayri #love #distance