नामुराद तेरा मुरीद हो गया, सही तो न, जैसे शहीद हो गया। तौबा- तौबा, तुमको चुना इसने, तुर्रा ये कि नाउम्मीद हो गया। तोहमत आप पे आप ही कम क्या, दाग माहताब-ए-ईद हो गया। सर कलम भी करा दे कि धड़ धड़कन- खो दे, एहसास सब जदीद हो गया। जुर्म है प्यार फिर जुल्म इल्म ढंकें, दें तसव्वुर दबा,जोरे-दीद हो गया। ©BANDHETIYA OFFICIAL #नामुराद #मुरीद