"मेरी चाहत", कल भी तुम थे और आज भी तुम हो मेरी ख़ामोशी मेरी बेचैनिया आज भी सिर्फ तुमको बुलाती है.. मेरी ज़रूरत, कल भी तुम थे और आज भी तुम हो तुमने तो मुझे कब का भुला दिया.. मेरी आदत, कल भी तुम थे और आज भी तुम हो मेरी खुशियाँ, कल भी तुम थे, और आज भी तुम हो तुमने न जाना कितना प्यार किया तुमको, मेरी इबादत, कल भी तुम थे और आज भी तुम हो खबर हो के भी, कितने बेखबर बनते हो, पर जाना.. मेरी किस्मत, कल भी तुम थे और आज भी तुम हो.. #मेरीचाहत #सुचितपाण्डेय #suchitapandey #yqbaba #yqdidi #yqquotes #yqhindi #yqlove