हरे-भरे एहसास और लफ़्ज़ों में महुआ रखने वाले, प्रेम भाव भी जताया कर, यूँ ही बबुआ कहने वाले। भाव खाके आँखें दिखाने में रखते नहीं हैं कोई कमी, मीठे सौ दो सौ बोल बोलाकर यूँ टेटुआ दबाने वाले। तीखे हमारे लफ़्ज़ नहीं, तीखी तो हमारी उम्मीद है, हक भी प्रसाद सा न बाँटाकर यूँ ही दुआ देने वाले। क्या हुआ, गर दिल ने रहने को जो माँग ली जगह, यूँ धमकाया न कर, आग में घी चुआ भागने वाले। दिल से दिल की बात कहे 'धुन' लतीफ़ा न समझना, यूँ ही टरकाया न कर कह के 'का हुआ', हँसने वाले। Rest Zone आज का शब्द- 'भाव' #rzmph #rzmph154 #भाव #sangeetapatidar #ehsaasdilsedilkibaat #yqdidi #rzhindi