#OpenPoetry मतलबी लोगो की दुनिया में प्यार की कोई औकात नही वो सब हैं मेरें पास जिनकी जरूरत नही जिनकी जरूरत है वोही मेरें पास नही तुम ही बताऔ कैसे भरोसा कर लू दुनिया वालो का कही यें दुनिया ही तो मेरे प्यार कें खिलाफ नही औकात भुल कर प्यार करतें हैं लोग दुनिया में फिर कहतें हैं मेरें सनम नें मुझकों धोखा दिया अरे तुम पागल हों यार जों दिल लगाया किसी शहजादी सें उसको अपनें दिल को तौडनें का मौका दिया तुम प्यार ना करना इस जहा में या करना बफा की कोई उम्मीद नही दिल तौड जातें हैं यहा लोग अपना बनाकर यहा किसी कें पास प्यार वाला सच्चा जमीर नही बात बस इतनी सी हैं कि प्यार करना गुनाह हैं अब कोई यें गुनाह ना करनें पायें अगर हों रहा हों तुम्हारें सामनें यें तों रोक लेना कोई बेचारा वेमौत ना मरनें पायें. हिमान्शु अग्रवाल #OpenPoetry