इलाहाबाद उच्च न्यायालय का एक कथन बहुत उचित है कि व्यापक गड़बड़ी पाए जाने पर भर्ती परीक्षा नियंत्रण करना है वह चयन बोर्ड पर बयान कायम रखने की दृष्टि से यह कदम सर्वोत्तम है कि उत्तर प्रदेश में भर्ती परीक्षाओं की परी कितनी सुंदर होगी उसमें किसी प्रकार की सेंध लगाना संभव ही नहीं हो सका कि इन प्रयासों के बावजूद अब तक संभव नहीं हो सका ऐसी कम दुरुस्त करने वाली छोटी बताने के प्रयास चाहे जितने तरीके अभ्यार्थियों के मन में विश्वास पैदा कर दे दी जाती है तो और भी सफलता नहीं मिलती उसने सेवा चयन आयोग के ग्राम विकास अधिकारी ग्राम पंचायत अधिकारी और सुपरवाइजर भर्ती परीक्षा की है भर्ती परीक्षा कराई गई है जिन लोगों ने सीट खाली जमा किए उन्होंने घोषित कर दिए गए हैं परिणाम घोषित होते हुए करने वाले का फैसला लिया गया और समय लगता है परीक्षा के साथ भाभी करियर के सपने पलटते हैं और जब वही एक आदेश से टूट जाते हैं तो फिर अंतः पीड़ा होती है यह 900000 अभ्यर्थी में सेवा परीक्षा दी होगी जने लगता होगा कि चयन के योग दे कि तू भ्रष्ट व्यवस्था ने उसका पर्स छीन लिया ©Ek villain #भरोसे का प्रश्न न्यायालय का #election