किसी रोज़ बलबलाती हुई एक आंधी आएगी और एक सूखे हुए पत्ते की तरह उड़ा ले जाएगी तुम्हारा ग़ुरूर और तुम्हारी अकड़, सत्ता की हनक ये कुर्सी और ©Author Nitin #poem #poem✍🧡🧡💛 #authornitin #Light