विभीषण जानते लंकेश की थे लात का मतलब बताएँगे नयन विरहन के तुमको रात का मतलब पटकना सर,बहाना अश्क़ बिल्कुल व्यर्थ है सुन लो― कहीं पत्थर भी समझे हैं कभी जज़्बात का मतलब! ©Ghumnam Gautam #विभीषण #ghumnamgautam #पत्थर #विरहन