तेरे नूर ए दीदार का रहता है हमेशा ऐसा असर, चैतन्य या शयन करते तुम प्रत्यक्ष आते हो अक्सर.... जेहन में कैसी कश्मकश है तुम्हारी कशिश की, यादें समझती नहीं हो जाती है हर चेष्टा बेअसर.... #मेरीकलमसे #राहुलयादव #निशब्द #मेरीकलमसे #राहुलयादव #निशब्द