ची ची करती चिड़िया प्यारी, मासूम सी भोली मतवारी, भगवान की रंग न्यारे है, जिसने तुम्हें बनाया और हमे भी, तूने किया भला सब का, हमने दिया दुख ही दुख, भूल गए हम सीख गुरों की, तभी भूल गए प्रीत वादा तुमसे करते है ,एह प्यारे से जीव साफ सुथरा वातावरण देंगे तुमको हम, ध्यान लगा की सुन तूं, मेरे मन की बात। एक चिड़िया मासूम सी भोली सी हसती खिलखिलाती बड़बोली सी शैतान नटखट चुलबुली सी आसमान में उड़ना था पसंद उसे आंखों में लिए सपने सुनहरे उड़ चली वो पंख फैला के खूबसूरत वो बला सी