उन निगाहों का कोई गौर तो होता होगा, हम नही हैं तो कोई और तो होता होगा, कैसे उड़ते हैं आसमां में मुसलसल ऐसे, इन परिंदों का कोई ठौर तो होता होगा। ~दीपक #shayari #qata #NojotoMITS