जुनूनों का एक दौड़ चला, नादां दिल को क्या खबर- कहाँ, और किस ओर चला, जिस ओर तुम्हारी आहट मिली, जग के बंधन तोड़ चला। जग रुठा, अपने रूठे, रब रुठा, सब रुठे, न जानें क्या-क्या सपनें रूठे, आँखों में अश्कों की दो बूंदें लेकर, रिश्ते-नाते तोड़ चला।" #nojoto