Nojoto: Largest Storytelling Platform

मायके के घर में आज भी वह कुछ खोजती है, सपने जो अक्

मायके के घर में आज भी वह कुछ खोजती है,
सपने जो अक्सर उग जाते थे किसी कोने में,
और वो उन्हें संभाल कर रखती थी
अपनी चमकती नीली आँखों में।
आज नीली आँखें धुंधला गईं हो बेशक,
पर ढूंढने का जज़्बा अभी भी शेष है।

©Sneh Lata Pandey 'sneh'
  #आज भी आँखें खोजती हैं

#आज भी आँखें खोजती हैं #कविता

27 Views