किसी ने आन लिख दिया ,किसी ने शान लिख दिया। कोई खड़ा हुआ सभा में अपना जान लिख दिया।। कुछ इस कदर सबने अपने पिता का कीर्तिमान लिख दिया। आया जब मेरा नंबर तो कलम उठाया मैंने और पिता को ही भगवान लिख दिया।। #chaubeyji