ठंडी हवाओं में भी एक एहसास होता है, हर रात, दिल किसी को याद करता है, शाखों से पत्ते जब गिरते हैं यहाँ वहाँ, ऐसे पतझड़ में किसी का, मुझे इंतज़ार होता है । आते थे जब भी वो क़रीब दिल के मेरे, दिल की धड़कन बढ़ने का, मुझे इंतजार होता है । मेरे हाथों में, गुलाल लिपटा हुआ है, होली का बेसब्री से, मुझे इंतेज़ार होता है । आज जी भर के उनको रंग दूँगा, बस उनके क़रीब आने का, मुझे इंतज़ार होता है । आईना भी रो पड़ा, जब मेरे रंग को पाया गालों पे, मेरे रंग में मिल जाने का, आज भी मुझे इंतेज़ार होता है । ठंडी हवाओं में भी एक एहसास होता है, हर रात, दिल किसी को याद करता है, शाखों से पत्ते जब गिरते हैं यहाँ वहाँ, ऐसे पतझड़ में किसी का, मुझे इंतज़ार होता है । आते थे जब भी वो क़रीब दिल के मेरे, दिल की धड़कन बढ़ने का, मुझे इंतजार होता है ।