White प्रेम सदा से ही सरल था, करने वाले इसे समझ न सकेउनकी क्षमता से बाहर था, इसलिये जटिल कह दिया। प्रेम तो सरल है इतना, जितना उसका अस्तित्व। तभी तो यह जब हो जाये तो, बस हो जाता है. असत्य तो यह हो ही नहीं सकता, व्यर्थ ही दावा होता है सत्य का। जिस भाव पर जग निर्भर,वह हो भला कैसे दुभर..? इसलिये कहते हैं- जब वह था तब सिर्फ वही था, और अब जब वह नहीं है तब भी सिर्फ वही है। ॥॥॥॥॥ ©Saurav Kumar #alone #Life #Love #feelings #Emotional #true_love #adhuraishq #follow4followback #Share_Like_and_Comment