Nojoto: Largest Storytelling Platform

जानती हूं कि ख़्वाब हकीकत से बहुत अलग होते हैं ख्व

जानती हूं
कि ख़्वाब हकीकत से बहुत अलग होते हैं
ख्वाब और हकीकत में कई मीलों का फासला होता है 
ये भी जानती हूं कि कल्पनाएं यथार्थ से परे होती है
फिर भी तुमसे एक सवाल करना चाहती हूं
कि जब तुम मुझसे मिलोगे 
तो क्या तुम सच्चे दिल से ये बात कह पाओगे मुझसे

"हां तुम बिलकुल वैसी हो जैसा मैंने सोचा था"

suman कोठारी

©एहसासों की दुनिया #delicate
जानती हूं
कि ख़्वाब हकीकत से बहुत अलग होते हैं
ख्वाब और हकीकत में कई मीलों का फासला होता है 
ये भी जानती हूं कि कल्पनाएं यथार्थ से परे होती है
फिर भी तुमसे एक सवाल करना चाहती हूं
कि जब तुम मुझसे मिलोगे 
तो क्या तुम सच्चे दिल से ये बात कह पाओगे मुझसे

"हां तुम बिलकुल वैसी हो जैसा मैंने सोचा था"

suman कोठारी

©एहसासों की दुनिया #delicate