कैसे करे शिकायत कोई , जब मोहब्बत उसका जुनून हो ; जिसके रगों में दौड़ते ज़ज़्बात हो ; और लफ़्ज़ों में लज़्ज़त-ए-सुकून हो ! #कैसे #करे #शिकायत #कोई