आत्मशांति....... जब इच्छाऍ ना दौड़ाएं,ना भूख रहे कुछ पाने की और मन अंदर हो नाच रहा,ना पड़े जरूरत गाने की जब धूल भी फूल सा लगता हो,और मन उपवन भी खिल जाए यह शांति तो तब मिलती है,जब रूह को ठंडक मिल जाए जब इन्द्रियो को कोई खींचे ना,ना रहे आकर्षण वासना का बस जान लो तुमने पाया है,फल जन्मों की उपासना का जब द्वंद प्रश्न सब मिट जाए,संशय का नाम निशान ना हो ना चले विचार कोई हिंसक,और अहंभाव में जान ना हो जब झूठ का DJ चले नही,ना शोर किसी भी भय का हो तब मन खुश हर हालात में है,ना फर्क हार और जय का हो जब अंदर ही संतुष्ट रहो,और बाहर फीका लगता है बस यही तो आत्मशांति है,जब सब कुछ स्वर्ग सा लगता है। #yqdidi #yqbaba #yqbhaijan #हिंदी_कोट्स_शायरी #आत्मशांति #satisfaction