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मुसाफिर हूं यारों ना घर हैं ना मेरा कोई ठिकाना, दो

मुसाफिर हूं यारों ना घर हैं ना मेरा कोई ठिकाना,
दो प्यार के बोल दिए जिसने बस वही मेरा आशियाना। कृपया अनुशीर्षक पूर्ण पढ़ें।

√आज का विषय है ' आशियाना ' ।

√ आज के हमारे ' मंच प्रमुख ' है Jayshree Chatterjee  जी।

√ आपको अपनी रचना दो पंक्तियों में लिखनी है।
मुसाफिर हूं यारों ना घर हैं ना मेरा कोई ठिकाना,
दो प्यार के बोल दिए जिसने बस वही मेरा आशियाना। कृपया अनुशीर्षक पूर्ण पढ़ें।

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√ आज के हमारे ' मंच प्रमुख ' है Jayshree Chatterjee  जी।

√ आपको अपनी रचना दो पंक्तियों में लिखनी है।
mrsrosysumbriade8729

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