*✍🏻“सुविचार"*📝 📘*“11/5/2021”*📚 🖋️*“मंगलवार”*🖊️ आपके “जीवन” में हर एक “दुर्घटना”, हर एक “बाधा”, हर एक “संकंट”, एक ही “उद्देश्य” के लिए आते है, आपको और “योग्य” बनाने के लिए, यदि आपको उदाहरण दूं जब “वर्षा” की “ऋतु” में जब तीव्र मात्रा में “वर्षा” होती है, तो “छत” से “जल” टपकता है तब आप निश्चय कर लेते है, कि मैं इस “छत” को “नये जैसा” बनाऊंगा, ठीक उसी तरह जब आपके “शरीर” में कोई “बीमारी” आती है तत्पश्चात आप “स्वयं” को और “सावधान” बना लेते है, ये “कठिनाइयां”, ये “दुर्घटनाएं”,ये “संकट” ये “जीवन” में आएंगी आपको “जीवन” में और “श्रेष्ठ” बनाने के लिए, और “जीवन” में इन “कठिनाइयों” से कुछ न कुछ “सीखने” को अवश्य मिलता है, *“अतुल शर्मा 🖋️📝* *✍🏻“सुविचार"*📝 📘*“11/5/2021”*📚 🖋️*“मंगलवार”*🖊️ #“जीवन” #“बाधा”