नन्हें.कदमों से चलकर लक्ष्मी जी आयी है। घर अपने प्रेम , करूणा और सोहार्द लायी है। लेकर हाथों में पुजा , कुमकुम और अक्षत् स्वागत करने को हो जाओ आतुर। देखों जगमग दिपावली आई है।। दिपावली आई है।। सगं अपने ढेंरो खुशियाँ लाई है।। जगमग दिपावली आई है । प्रभू रामचन्द्रजी मात सिया को लेकर अयोध्या लौटें ।। ईसी खुशी में चहूँ और दियें जलते छोटे -छोटें,, !!HaPPy diwalii..!! Happy diwali..☺🙏nojoto family.. nojotins#qutoed#,thoughts#..... poetry's... kalkash...