मेरे अशआर भी अब मुझसे खफा से है मेरे लिखन में अब वो बात नही नाराज़ है मेरे अक्षर भी अब मुझसे हज़ार शिकायतें करते थकते नहीं इल्म नहीं जिसको मेरी मोहब्बत का तशब्बुर में आते उसके ख्याल थकते नहीं कैसे करू उसकी शिकायत दुनियां से जिसके किस्से सुनाते लोग थकते नहीं मेरे झूठ का मुकाम सच्चाई से बहुत ऊंचा है मैं बोलता हु झूठ वो मानता नही मैं सौदागर हु मोहब्बत की दुनियां का सबको बताता हु कई कई बार कोई मानता नही । #सच्चाई #झूठ #मोहब्बत #मुकाम #ऊंचा #yqdidi #yqbaba