.....रक्षाबंधन विशेष ........ ----------------------------- एक सत्य औऱ एक परम है, यह स्वीकार्य हमारा है मत बहे तरी आंखों से आँसू, यह कर्तव्य हमारा है बहना तू सर्वस्व जगत की , रक्षा कर बांधो डोरी । डोर बोल तुम प्यार बांध दो ,यह सौभाग्य हमारा है इस रक्षा के अवसर पर ,हर अनुदान तुम्हारा है माग सको गर मांगो कुछ भी, अब यह भ्रात तुम्हारा है बहन तेरा आशीष रहूँ मैं ,अंतिम सौभाग्य हमारा है एक सत्य औऱ एक परम है यह स्वीकार्य हमारा है ..रक्षाबंधन की शुभकामनाएं .. कविता