नींद की आग़ोश भी अब मुझे अच्छी नही लगती मेरा नाम कोई और ले तुझे अच्छी नही लगती कहने को तोह पुरा जहाँ है अपना मतलबी सा जो दिल में आकर न सूझे अच्छी नही लगती उनको हम सा न कोई मिल पाया होगा शायद ऐसे परवाने भी प्यार में बुझे अच्छी नहीं लगती #अच्छी_नहीं_लगती