किसी से किसीका हक़ छीन कर क्या पाते है,? लोग यहाँ ज्ञान तो सब देते है और अच्छा ही देते है, पर उनमे बहोत लोग ऐसे भी होते हैं,, जिनके चेहरे हजारों होते है, सब दिखावे है लालच भरे दोस्त यहाँ भी होते है...! हमारा हक़ ना सही पर तुमने जो किया उसपे क्या कहे,, कभी कोई किसी के लिए खुदको कितनी तकलीफ़ से ले गया है क्या पता किसीको... कभी इतनी मेहनत न की होगी किसीने जितनी की थी हमने, एक झटके में सब ख़तम... जरा सब करके देखना क्या होता है ये इश्क़ भी कभी किस बात केे लिए इतनी तकलीफ़ कोई लेते तो समझ जाते क्या है ये....