सफ़र ये समुंदर का आसाँ होता नहीं कश्तियाँ साहिल पे यूँही पहुँचती नहीं वो तो नाख़ुदा है जो आज़ ज़िन्दा रखता है वरना तूफ़ां अक्सर घात लगाए बैठा रहता है 【नाख़ुदा- Boatman, sailor, कश्ती चलाने वाला】 【आज़- प्रचंड इच्छा】 #yqbaba #yqdidi #yqtales #shayari #life #urdushayari #yqbhaijan #philosophy