White उलझनें उलझ जाएं जब एक बार तार उनके सुलझाए नहीं सुलझते बात जो बिगड़ जाए एक बार फिर पहले से वादे - इरादे नहीं रहते समझ कर कहना करना कुछ ' मुनेश ' रिश्ते - नाते अब अपनापन नहीं समझते ©Author Munesh sharma 'Nirjhara' #Life #lifelessons #Thoughts