महपुज खाने में बदनाम शायरी लिखा करते थे हम वोहो नौकरी नहीं गोरा गुलामी किया करते थे हम और तुम फ़िर भी कह गए कि अब आजाद कर दो हमें तुम ©Narendra Kumar Gora महपुज खाने में बदनाम शायरी लिखा करते थे हम वोहो नौकरी नहीं गोरा गुलामी किया करते थे हम और तुम फ़िर भी कह गए कि अब आजाद कर दो हमें तुम #गोरा #Gora #MereKhayaal