उसे क्या मालूम मोहब्बत कितनी थी... बिछडते वक्त साँसो मे घुलती बेहोशी कितनी थी... देखा होता गर मूड कर एक बार तो पता चलता,,, मुस्कुराहट कितनी थी, और आँखो मे नमी कितनी थी... #mohabbat #nojatohindi #poem #Shayar #Dard #Dard_e_dil #shayaremusafir #shadesoflife