मुस्कान का कोई मोल नहीं होता, अपनी अनावश्यक आवश्यकता का परित्याग करें ,ताकि कोई और अपनी आवश्यक आवश्यकता की पूर्ति कर सके ।। ,,क्योकि मुस्कान का कोई मोल नहीं होता ,,,,,,,।। अपरिग्रह