कुछ पंछी कभी उड़ नहीं पाते है बंद रहते है पिंजरे में कैद होकर ताउम्र ....... रिहाई उनको कभी नसीब नहीं होती बस छटपटाते है के छूने ले आकाश काश ...... दफ़न हों जाते है धीरे धीरे उड़ने के उनके सारे अरमान हरबार .... मिलती है रिहाई उस दिन जब छोड़ देती है रूह ज़िस्म का साथ ....! ! #NojotoQuote #पंछी #पिंजरा #nojoto #हिन्दी #शब्द