ऐसा कैसे हो सकता है तुम मुझे भूल गई हो क्या आज जो तुम्हारी याद नही आई तुम आई हो क्या चाँद भरेग गवाही मेरे हक़ में तुम्हारी ख़िलाफ़त में ये तुम ही हो क्या जाना चाँद बनकर आई हो क्या FULL READ IN CAPTION 👇👇👇 * कैसे हो सकता है * ऐसा कैसे हो सकता है तुम मुझे भूल गई हो क्या आज जो तुम्हारी याद नही आई तुम आई हो क्या चाँद भरेग गवाही मेरे हक़ में तुम्हारी ख़िलाफ़त में ये तुम ही हो क्या जाना चाँद बनकर आई हो क्या