चलो लिख रहे है,हम फिर इक कहानी। तुम्हारा सितम,मेरी आँखों का पानी।। ना कहना कभी,हम है करते शिकायत। हमे याद है आज,तक सब ज़ुबानी।। तुम्हारा सितम,मेरी आँखों का पानी।। मिटा तुम दिये हो,जी हमको ज़ेहन से। बस हमी ने संभाला,है सारी निशानी। तुम्हारा सितम,मेरी आँखों का पानी।। हुआ इश्क़ में जिसके,पागल ये आनन्द। था ये तेरा दीवाना,तू इसकी दीवानी।। तुम्हारा सितम,मेरी आँखों का पानी।। ©Anand Singh Paliwal #aankho #Ka #pani