काश पुरनम दयारे नबी में जीते जी हो बुलावा किसी दिन हाल ए दिल मुस्तफा को सुनाओ थाम कर उनके रोजे की जाली کاش پرنم دیار نبی میں جیتے جی ہو بلاوا کسی دن حال دل مصطفیٰ کو سناؤں تھام کر انکے روزے کی جالی ©Nakib1996 तमाम आशिक़ान ए मुस्तफ़ा को जश्न ईद मिलादुन्नबी मुबारक हो