सोचता हूं कहीं दूर चला जाऊं, इस तड़प को लेकर मै। जहां से सारी दुनियां नजर आए, पर नजर न आऊ उसे मै। उलझने उसकी सारी दूर हो जाए, पर कहीं नजर न आऊ उसे मै। गमों की चादर आसमां से हटा दू, खुशियां उसके कदमों में ला दू मै। वो खुशियों में जिए सदा के लिए, पर कभी नजर न आऊ उसे मै।। सदा खुश रहे वो........!