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उल्हासपूर्ण सतरंग सहित, भिगो देंगे सभी को रोली मे

उल्हासपूर्ण सतरंग सहित, 
भिगो देंगे सभी को रोली में, 
अब की बार होली में! 

आमादप्रमोद के दृश्य दिखेंगे,
चहु ओर सभी की खोली में, 
अब की बार होली में! 

परसेवा, परप्रेम, परहित, 
संदेशा यही दे हर एक गीत, 
ऊँच-नीच की देहरी लाँघ, 
समभावी रंग गढ़े जाएँ, 
घर-घर की रंगोली में, 
अब की बार होली में! 

जश्न मनेगा अब त्रिभुवन में, 
बनेगा हर कोई प्रिय नंदलाल, 
वही कृष्ण है, वही गोपाल, 
दर्शित होंगे गिरधर-राधिका, 
हर एक बाल व गोरी में, 
अब की बार होली में! 

दहन करें विषादपूर्ण जीवन का, 
कहीं और नहीं होलिका भोली में, 
प्रेम के गुलशन खिल जाएँगे, 
होंगी खुशियाँ सब की झोली में, 
अब की बार होली में! 
- सचिन अ. पाण्डेय 'सत्यवीर' #NojotoQuote 😍Wish you all a very blissful and safe Holi🙏 🤗Read the complete poem in caption👇 

अब की बार होली में! 

उल्हासपूर्ण सतरंग सहित, 
भिगो देंगे सभी को रोली में, 
अब की बार होली में!
उल्हासपूर्ण सतरंग सहित, 
भिगो देंगे सभी को रोली में, 
अब की बार होली में! 

आमादप्रमोद के दृश्य दिखेंगे,
चहु ओर सभी की खोली में, 
अब की बार होली में! 

परसेवा, परप्रेम, परहित, 
संदेशा यही दे हर एक गीत, 
ऊँच-नीच की देहरी लाँघ, 
समभावी रंग गढ़े जाएँ, 
घर-घर की रंगोली में, 
अब की बार होली में! 

जश्न मनेगा अब त्रिभुवन में, 
बनेगा हर कोई प्रिय नंदलाल, 
वही कृष्ण है, वही गोपाल, 
दर्शित होंगे गिरधर-राधिका, 
हर एक बाल व गोरी में, 
अब की बार होली में! 

दहन करें विषादपूर्ण जीवन का, 
कहीं और नहीं होलिका भोली में, 
प्रेम के गुलशन खिल जाएँगे, 
होंगी खुशियाँ सब की झोली में, 
अब की बार होली में! 
- सचिन अ. पाण्डेय 'सत्यवीर' #NojotoQuote 😍Wish you all a very blissful and safe Holi🙏 🤗Read the complete poem in caption👇 

अब की बार होली में! 

उल्हासपूर्ण सतरंग सहित, 
भिगो देंगे सभी को रोली में, 
अब की बार होली में!